सीधी एक बात है
लगती टेढ़ी सी है मुझे ।
दीखता है कुछ
होता कुछ और है ।
अनकही है कुछ
दिल सुनता कुछ और है ।
कैसे समझाऊ जिससे में खुद नासमझ हूँ ।
जानलो अब इस बात को
जिससे में खुद अनजान हूँ ।
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